Haryana Nuh Alwar Highway: हरियाणा से राजस्थान जाने का सफर अब होगा ओर भी आसान, नूंह-अलवर नेशनल हाईवे अब होगा 4 लेन में तब्दील
Haryana Nuh Alwar Highway: वन विभाग की एनओसी मिलते ही इस परियोजना के लिए टेंडर और निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। यह प्रक्रिया क्षेत्र के विकास को नई दिशा प्रदान करेगी तथा स्थानीय निवासियों को बेहतर परिवहन सुविधाएं उपलब्ध कराएगी

Haryana Nuh Alwar Highway: हरियाणा में नूंह से अलवर नौगांव सीमा तक राष्ट्रीय राजमार्ग-248ए के 47 किलोमीटर हिस्से को चार लेन का बनाया जाएगा। इस परियोजना को केंद्रीय सड़क एवं परिवहन तथा राजमार्ग मंत्रालय द्वारा 400 करोड़ रुपये के बजट से मंजूरी दी गई है।
इस विकास कार्य से क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर है। केंद्र सरकार द्वारा इस परियोजना को मंजूरी दिए जाने से मेवात क्षेत्र के निवासी इसे एक महत्वपूर्ण विकास के रूप में देख रहे हैं, जिससे न केवल उनकी यात्रा सुगम होगी, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी मदद मिलेगी।
Haryana Nuh Alwar Highway
नूंह से अलवर तक चार लेन का राष्ट्रीय राजमार्ग
वन विभाग से एनओसी प्राप्त होते ही परियोजना के लिए टेंडर और निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। यह प्रक्रिया क्षेत्र के विकास को नई दिशा प्रदान करेगी तथा स्थानीय निवासियों को बेहतर परिवहन सुविधाएं उपलब्ध कराएगी।
केंद्र सरकार से बजट मंजूरी के बाद स्थानीय लोगों ने प्रसिद्ध स्वयंसेवक राजुद्दीन को उनके दशक भर के संघर्ष के लिए बधाई दी है। यह संघर्ष कई वर्षों तक जारी रहा, जिसमें मेवात आरटीआई फोरम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
धरना, आंदोलन और भूख हड़ताल की महत्वपूर्ण भूमिका
शिक्षाविद् मास्टर अब्दुल वहाब के अनुसार, मेवात आरटीआई मंच ने 2018 में बड़कली चौक पर छह दिवसीय धरना दिया था। धरने में सामाजिक कार्यकर्ता राजुद्दीन ने अहम भूमिका निभाई थी। उनकी पत्नी सबीला जंग भी आंदोलन में सक्रिय थीं।
डेढ़ दशक के लंबे संघर्ष के दौरान मेवात आरटीआई मंच और मौजी फाउंडेशन ने भूख हड़ताल, ज्ञापन, हस्ताक्षर अभियान, धरना, नारे आदि के माध्यम से अपना विरोध प्रदर्शित किया। ये सभी प्रयास इस राजमार्ग के निर्माण के लिए किए गए थे।
सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी
पिछले 10 वर्षों में नूंह-अलवर एकल राजमार्ग पर करीब 2,500 मौतें हो चुकी हैं, जिससे क्षेत्र में सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हो गई हैं। नये चार लेन वाले राजमार्ग से दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आने की उम्मीद है।
प्रधानमंत्री मोदी को ज्ञापन भेजा गया
2019 में फोरम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 100 फुट लंबे कपड़े पर 20,000 हस्ताक्षर भेजे थे। यह ज्ञापन इस राजमार्ग के निर्माण की मांग के समर्थन में था।