Chopta News : सिरसा के चौपटा क्षेत्र के गांवों में किसानों ने चेतावनी के बावजूद धान की रोपाई की शुरू, पानी की भीषण किल्लत
कृषि विभाग ने गिरते भूजल स्तर को देखते हुए किसानों को 15 जून से पहले धान की रोपाई न करने के आदेश जारी किए हैं । अगर कोई किसान 15 जून से पहले धान की रोपाई करता पाया गया तो उसकी फसल तुरंत नष्ट कर दी जाएगी ।

Chopta News : सिरसा के चौपटा क्षेत्र के गांवों में किसानों ने चेतावनी के बावजूद धान की रोपाई शुरू कर दी है । भीषण गर्मी में लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा है । यहां धान की खेती हो रही है ।
Chopta News : सिरसा के चौपटा क्षेत्र के गांवों में किसानों ने चेतावनी के बावजूद धान की रोपाई की शुरू, पानी की भीषण किल्लत
कृषि विभाग ने गिरते भूजल स्तर को देखते हुए किसानों को 15 जून से पहले धान की रोपाई न करने के आदेश जारी किए हैं । अगर कोई किसान 15 जून से पहले धान की रोपाई करता पाया गया तो उसकी फसल तुरंत नष्ट कर दी जाएगी । लेकिन ये आदेश जमीन पर नजर नहीं आ रहे हैं ।
सिरसा जिले में नहरों और टेलों पर बसे गांवों में पीने के पानी की समस्या हमेशा बनी रहती है । चौपटा क्षेत्र के लुदेसर, नाथूसरी कलां और अन्य गांवों में किसान धान की रोपाई कर रहे हैं । कई किसान नहरों से सीधे पानी चोरी करके धान की रोपाई कर रहे हैं । वहीं कृषि विभाग के अधिकारियों ने धान की रोपाई करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है ।
जिला प्रशासन ने पिछले दिनों धान की बुआई को लेकर स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं । उन्होंने साफ कर दिया है कि अगर तय समय से पहले धान की बुआई की गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी । जो भी किसान इस आदेश का उल्लंघन करेगा, उस पर जुर्माना लगाया जाएगा और उसकी फसल नष्ट कर दी जाएगी । फसल नष्ट करने का खर्च भी किसान से वसूला जाएगा ।
हरियाणा में भूजल स्तर लगातार गिरता जा रहा है । धान एक ऐसी फसल है जिसके लिए बहुत ज़्यादा पानी की ज़रूरत होती है । समय से पहले धान की रोपाई करने से गर्मी के मौसम में पानी की खपत बहुत ज़्यादा हो जाती है, जिससे भूजल स्तर और भी नीचे चला जाता है । हरियाणा सरकार ने 2009 में हरियाणा सबसॉइल वाटर कंज़र्वेशन एक्ट लागू किया था । इस एक्ट के तहत 15 जून से पहले धान की बुआई और रोपाई पर सख़्त पाबंदी है । Chopta News
कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. सुखदेव सिंह ने बताया कि चौपटा क्षेत्र में किसानों ने धान की रोपाई शुरू कर दी है । मुझे इसकी जानकारी नहीं है । अगर ऐसा है तो धान की रोपाई करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी । किसानों से अपील की गई है कि वे निर्देशों का जिम्मेदारी से पालन करें । Chopta News
भूजल प्रकृति की सबसे अनमोल धरोहर है जिसे बचाना हमारी जिम्मेदारी है । किसानों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने खेतों में निर्धारित तिथि के बाद ही धान की रोपाई करें और उससे पहले किसी भी हालत में पानी न छोड़ें । Chopta News