EPFO withdrawal ATM: PF धारकों के लिए खुशखबरी, अब PF धारक ATM और UPI से निकाल सकेंगे PF का पैसा, जल्द शुरू होने वाली है ये नई सुविधा
ATM और UPI: EPF खाताधारक को अपने खाते को EPF से लिंक करना होगा। एक सूत्र ने बताया कि श्रम मंत्रालय एक ऐसे प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है, जिसके तहत EPF का एक निश्चित हिस्सा फ्रीज कर दिया जाएगा।

EPFO withdrawal ATM: अगर आप भी सैलरीड क्लास हैं और आपका PF हर महीने कटता है तो यह खबर आपके लिए है। पिछले काफी समय से श्रम मंत्रालय EPFO धारकों को नई सुविधाएं देने पर काम कर रहा है।
इस सुविधा के तहत सब्सक्राइबर जल्द ही बैंक अकाउंट, UPI या ATM से EPF फंड निकाल सकेंगे। इसके लिए EPF खाताधारक को अपने अकाउंट को EPF से लिंक करना होगा।
एक सूत्र ने बताया कि श्रम मंत्रालय एक ऐसे प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है, जिसके तहत EPF का एक निश्चित हिस्सा फ्रीज कर दिया जाएगा। बाकी हिस्सा UPI या ATM डेबिट कार्ड जैसे अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल कर बैंक अकाउंट से निकाला जा सकेगा।
EPFO withdrawal ATM
ऑटो-सेटलमेंट मोड की सीमा बढ़ाकर 500 रुपये की गई 5 लाख
सूत्रों ने बताया कि नई सुविधा शुरू करने में कुछ सॉफ्टवेयर चुनौतियां थीं, जिन्हें जल्द ही ठीक किया जा रहा है। फिलहाल ईपीएफओ सदस्यों को पीएफ निकालने के लिए क्लेम एप्लीकेशन देना होता है, जिसमें काफी समय लगता है।
ऑटो सेटलमेंट मोड के तहत भी पीएफ निकासी आवेदन बिना किसी मैनुअल हस्तक्षेप के जमा होने के तीन दिनों के भीतर इलेक्ट्रॉनिक तरीके से निपटाए जाते हैं। पहले ऑटो सेटलमेंट मोड के तहत 1 लाख रुपये तक निकालने की सुविधा थी।
लेकिन अब इसे बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया गया है। इस बदलाव से पीएफ निकासी प्रक्रिया तेज और आसान हो जाएगी, जिससे सदस्यों को बड़ी राहत मिलेगी।
कोविड-19 महामारी में शुरू की गई ऑटो सेटलमेंट सुविधा
ईपीएफओ ने ऑटो सेटलमेंट मोड के तहत पीएफ निकासी की सीमा 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी है। यह बदलाव मंगलवार को किया गया।
इस बढ़ोतरी से लाखों ईपीएफओ सदस्यों को फायदा होगा। लोग अब बीमारी, शिक्षा, शादी या घर बनाने जैसी अपनी जरूरतों के लिए तीन दिनों के भीतर पीएफ का पैसा निकाल सकेंगे।
ईपीएफओ के 70 मिलियन से ज़्यादा सदस्य हैं, जिनके लिए ऑनलाइन ऑटो-सेटलमेंट सुविधा पहली बार कोविड-19 महामारी के दौरान शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोगों को समय रहते वित्तीय सहायता उपलब्ध कराना था।
अभी तक सभी ईपीएफओ सदस्यों को अपना पीएफ निकालने के लिए दावा करना पड़ता है। यह एक समय लेने वाली प्रक्रिया है और ईपीएफओ पर भारी बोझ भी डालती है क्योंकि हर साल 50 मिलियन से अधिक दावों का निपटारा किया जाता है।
वहीं, समय लेने वाली प्रक्रिया से बचने और ईपीएफओ पर बोझ कम करने के लिए एक नई प्रणाली विकसित की जा रही है। हालांकि, एक सूत्र ने यह भी कहा कि ईपीएफओ अपने सदस्यों को अपने पीएफ खातों से सीधे पैसे निकालने की अनुमति नहीं दे सकता है क्योंकि उनके पास कोई बैंकिंग लाइसेंस नहीं है।