MSP Hike: सरकार ने किसानों को दिया बड़ा तोहफा, इन 14 फसलों का बढ़ा दिया MSP,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने बुधवार को विपणन सत्र 2025-26 के लिए 14 खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि को मंजूरी दे दी, ताकि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सके।

MSP Hike: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने बुधवार को विपणन सत्र 2025-26 के लिए 14 खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि को मंजूरी दे दी, ताकि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सके। पिछले साल की तुलना में एमएसपी में बढ़ोतरी की गई है।
किन फसलों के दाम बढ़े
नाइजरसीड- 820 रुपये प्रति क्विंटल, रागी- 596 रुपये प्रति क्विंटल, कपास- 589 रुपये प्रति क्विंटल, तिल- 579 रुपये प्रति क्विंटल, इसके अलावा बाजरा (63 फीसदी), मक्का (59 फीसदी), तुअर (59 फीसदी) और उड़द (53 फीसदी)।
MSP Hike
बयान में कहा गया है कि बाकी फसलों के लिए किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर 50 फीसदी मार्जिन मिलने का अनुमान है। कुल लागत में किराए पर लिए गए मजदूर, बैल मजदूर/मशीन मजदूर, पट्टे पर दी गई जमीन के लिए दिया गया किराया, बीज, खाद, उर्वरक, सिंचाई शुल्क, औजारों और कृषि भवनों पर मूल्यह्रास, कार्यशील पूंजी पर ब्याज, पंप सेट चलाने के लिए डीजल/बिजली आदि सभी तरह के भुगतान शामिल हैं।
हाल के वर्षों में सरकार गैर-अनाज फसलों जैसे दालों और तिलहन और पौष्टिक अनाज/अनाजों की खेती को बढ़ावा दे रही है और इन फसलों के लिए उच्च एमएसपी की पेशकश कर रही है।
वित्त वर्ष 2014-15 से 2024-25 की अवधि के दौरान धान की खरीद 7,608 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) हुई, जबकि 2004-05 से 2013-14 की अवधि के दौरान 4,590 एलएमटी थी।
2014-15 से 2024-25 के बीच धान उत्पादक किसानों को वितरित की गई एमएसपी राशि 14.16 लाख करोड़ रुपये थी, जबकि 2004-05 से 2013-14 की अवधि के दौरान किसानों को वितरित की गई राशि 4.44 लाख करोड़ रुपये थी।
2014-15 से 2024-25 की अवधि के दौरान 14 खरीफ फसलों की खरीद 7,871 एलएमटी थी, जबकि 2004-05 से 2013-14 की अवधि के दौरान 4,679 एलएमटी थी।
2014-15 से 2024-25 के बीच 14 खरीफ फसलों की खरीद 16.35 लाख करोड़ रुपये की थी, जबकि 2004-05 से 2013-14 की अवधि के दौरान किसानों को भुगतान की गई एमएसपी राशि 4.75 लाख करोड़ रुपये थी।