Agroha News:राखीगढ़ी की तर्ज पर अग्रोहा को ऐतिहासिक स्थल के रूप में विकसित करने को मिली मंजूरी
इससे अग्रोहा के 5000 साल पहले के इतिहास के साथ-साथ महाभारत काल की सभ्यता भी पूरी दुनिया के सामने आएगी।
Agroha News:राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल शरण गर्ग ने कहा कि भारत सरकार ने अग्रसेन जयंती की पूर्व संध्या पर अग्रोहा पहाड़ी की खुदाई के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।जल्द ही खुदाई का काम शुरू होगा।इससे महाराजा अग्रसेन के जीवन और उनकी आदर्श शासन प्रणाली से जुड़े अवशेष प्राप्त होंगे।
इससे अग्रोहा के 5000 साल पहले के इतिहास के साथ-साथ महाभारत काल की सभ्यता भी पूरी दुनिया के सामने आएगी।आने वाले समय में अग्रोहा पूरी दुनिया में एक विरासत स्थल के रूप में जाना जाएगा, जिसे देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक आएंगे।
हरियाणा प्रदेश प्रवक्ता एवं प्रचार मंत्री विपिन गोयल ने कहा कि खुदाई कराने के लिए पुरातत्व विभाग को ज्ञापन भेज दिया गया है।पुरातत्व विभाग द्वारा गुण-दोष के आधार पर मूल्यांकन के बाद हरियाणा सरकार के नोट को स्वीकार कर लिया गया और राखीगढ़ी मॉडल के आधार पर उत्खनन एवं पूर्व-उत्खनन सीपीआर सर्वेक्षण की अनुमति दे दी गई।
खुदाई के दौरान अग्रोहा सिक्कों की खोज और महाभारत सहित प्राचीन साहित्य में इसके प्राचीन नाम अग्रडोका की उपस्थिति इस बात के पर्याप्त प्रमाण हैं कि यह गणतंत्र का मुख्यालय था।अग्रोहा शहर तक्षशिला और मथुरा के बीच प्राचीन व्यापार मार्ग पर स्थित था।इसलिए यह फ़िरोज़ शाह तुगलक (1351-88 ई.) की नई बस्ती हिसार-ए-फ़िरोज़ा के अस्तित्व में आने तक वाणिज्यिक और राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र था।