Acharya Chanakya:चाणक्य की इन बातों को करें फॉलो, प्रगति में कभी नहीं आएगी बाधा, हर क्षेत्र में मिलेगी सफलता
चाणक्य नीति में कहा गया है कि व्यक्ति को न ज्यादा सीधा और न ज्यादा टेढ़ा होना चाहिए। ये दोनों रास्ते भटकाव की ओर ले जाते हैं। वह स्वभाव से सरल लेकिन आचरण से चतुर होना चाहिए। ऐसा सदाचारी व्यक्ति ही इस युग में आगे बढ़ सकता है।

Acharya Chanakya :अगर कड़ी मेहनत के बावजूद आपको नौकरी में सफलता नहीं मिल रही है तो निराशा होना स्वाभाविक है। लेकिन आप चाहें तो चाणक्य नीति के 4 टिप्स को अपनाकर सफल हो सकते हैं।
भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के सबसे महान दार्शनिक माने जाने वाले आचार्य चाणक्य का जन्म आज से करीब 2500 साल पहले हुआ था। उन्होंने राजनीति, सैन्य शक्ति, समाज और राष्ट्रवाद पर नीति शास्त्र लिखा, जो बाद में चाणक्य नीति के नाम से जाना गया।
इस पुस्तक की विषय-वस्तु आज, 2,500 वर्ष बाद भी उतनी ही प्रासंगिक है, जितनी उस समय थी। उन्होंने जीवन में सफलता पाने के लिए 4 बातें बताई हैं, जिन्हें अपनाकर व्यक्ति जीवन भर दूसरों से आगे रह सकता है।
अपने कार्यों और गुणों को बेहतर बनाएं
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि कोई व्यक्ति अपने जन्म, कुल, शरीर या धन से श्रेष्ठ नहीं होता बल्कि वह अपने गुणों और कर्मों से श्रेष्ठ होता है। यदि कोई व्यक्ति गरीब भी हो तो वह अपनी विद्वता के बल पर महान बन सकता है। ऐसा व्यक्ति सभी के द्वारा पूजनीय होता है।
प्रगति के इन सूत्रों की गांठ बांध लें
हर इंसान को जीवन में आगे बढ़ने के लिए कुछ चीजें हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए। इनमें पैसा कमाने के सही साधन, सही दोस्त, सही समय पर सही निर्णय, पैसा खर्च करने का सही तरीका और ऊर्जा का सही स्रोत शामिल हैं। ये सभी गतिविधियाँ प्रगति की ओर ले जाती हैं।
अनिश्चित के पीछे मत भागो
फल की चाहत में कुछ करना गलत नहीं है, लेकिन उस स्वार्थ को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। किसी को भी अनिश्चित को खोजने के लिए निश्चित को कभी नहीं छोड़ना चाहिए। ऐसा करने से आस-पास की हर चीज़ भी नष्ट हो जाती है। इसलिए किसी भी निर्णय पर पहुंचने से पहले अच्छे से सोच लें।
मध्यमार्गी मनुष्य बने
चाणक्य नीति में कहा गया है कि व्यक्ति को न ज्यादा सीधा और न ज्यादा टेढ़ा होना चाहिए। ये दोनों रास्ते भटकाव की ओर ले जाते हैं। वह स्वभाव से सरल लेकिन आचरण से चतुर होना चाहिए। ऐसा सदाचारी व्यक्ति ही इस युग में आगे बढ़ सकता है।




































