RBI ने बेंक ग्राहकों को दिया बड़ा झटका, खाते से निकाल सकेंगे सिर्फ इतनी रकम, बदल दिए नियम
बैंक अब नहीं निकाल सकेंगे ज्यादा पैसे, RBI ने बैंक ग्राहकों को झटका देने के लिए जारी किया नया नियम, जानें इस खबर में
RBI: तीन सहकारी बैंकों के सामने आने वाली वित्तीय चुनौतियों को पहचानते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। हालाँकि आरबीआई ने इन संस्थानों के बैंकिंग लाइसेंस रद्द करने से परहेज किया है,
लेकिन धन की निकासी पर सीमा लगा दी है। इसका मतलब यह है कि अगर आपका खाता इनमें से किसी भी बैंक में है तो आप आरबीआई द्वारा तय सीमा से ज्यादा पैसा नहीं निकाल पाएंगे।
निकासी नई सीमाएँ
केंद्रीय बैंक ने एक बयान जारी कर इन बैंकों पर लगाई गई विशिष्ट सीमाओं का विवरण दिया। पेश हैं मुख्य अंश:-
जय प्रकाश नारायण नागरी सहकारी बैंक
बसमतनगर में जय प्रकाश नारायण नागरी सहकारी बैंक को उन प्रतिबंधों का सामना करना पड़ा है जो जमाकर्ताओं को अपने खातों से धन निकालने से रोकते हैं। यह उपाय बैंक की वित्तीय परेशानियों के कारण है।
करमाला शहरी सहकारी बैंक
सोलापुर में द करमाला अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक में खाता रखने वाले जमाकर्ता अपने खाते से केवल 10,000 रुपये निकाल सकते हैं। यह सीमा स्थिरता सुनिश्चित करने और अत्यधिक धन बहिर्वाह को रोकने के लिए लगाई गई है।
दुर्गा सहकारी शहरी बैंक, विजयवाड़ा
विजयवाड़ा में दुर्गा सहकारी शहरी बैंक के ग्राहकों को अपने जमा खातों से 1.5 लाख रुपये तक निकालने की अनुमति है। बैंकिंग विनियमन अधिनियम 1949 के अनुसार, ये प्रतिबंध छह महीने की अवधि तक प्रभावी रहेंगे। हालाँकि, इस अवधि की समाप्ति से पहले इन प्रतिबंधों की समीक्षा की जा सकती है।
प्रतिबंधों की अवधि और भविष्य के कदम
आरबीआई ने कहा कि तीनों बैंकों पर प्रतिबंध छह महीने की अवधि तक प्रभावी रहेगा। हालाँकि, केंद्रीय बैंक बैंकों की वित्तीय वसूली के आधार पर इन प्रतिबंधों की समीक्षा करने का विकल्प बरकरार रखता है।
एक बार छह महीने की अवधि बीत जाने के बाद, आरबीआई यह निर्धारित करेगा कि बैंकों की वित्तीय स्थिति के आधार पर सीमाएं हटाई जानी चाहिए, ढील दी जानी चाहिए या बढ़ाई जानी चाहिए।
समान कार्रवाई के पिछले उदाहरण
भारतीय रिज़र्व बैंक अक्सर उन बैंकों के खिलाफ कार्रवाई करता है जो बैंकिंग नियमों का पालन करने में विफल रहते हैं। हाल के उदाहरणों में उत्तर प्रदेश में स्थित लखनऊ अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक और अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड, सीतापुर पर प्रतिबंध लगाना शामिल है। इन बैंकों को वित्तीय संकट का भी सामना करना पड़ा, जिसके कारण उन्हें अपने ग्राहकों पर निकासी सीमा लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा।