Apple Vision Pro: नई तकनीत के साथ लॉन्च हुआ Apple Vision Pro, आंखों से होगा कंट्रोल, बस चुकानी है इतनी कीमत
Apple WWDC 2023: नए डिवाइस विजन प्रो में कंट्रोलर और हार्डवेयर की जरूरत नहीं है। यह आंखों को ट्रैक कर सकता है और जान सकता है कि यूजर किस आइकन को देख रहा है।

Apple Vision Pro: Apple के वार्षिक कार्यक्रम में इस बार हर कोई जिस उत्पाद का सबसे अधिक इंतजार कर रहा था, वह मिश्रित वास्तविकता हेडसेट है। Apple ने आखिरकार सोमवार देर रात उत्पाद का अनावरण किया। कंपनी ने अपना पहला मिक्स्ड रियलिटी हेडसेट WWDC 2023 के दौरान पेश किया था। इसका नाम एपल विजन प्रो रखा गया है।
Apple Vision Pro

बदल जाएगी आपकी दुनिया
इस प्रोडक्ट की सबसे खास बात यह है कि यह वर्चुअल और रियल वर्ल्ड को आपस में जोड़ता है। यह आभासी वास्तविकता और संवर्धित वास्तविकता से लैस है। इस हेडसेट को सिर में पहना जा सकता है और फिर इसकी स्क्रीन आंखों के सामने आ जाती है।
यह न केवल मनोरंजन से लेकर गेमिंग तक लोगों के काम करने के तरीके को बदलने वाला है, बल्कि यह आने वाले वर्षों में लोगों के काम करने के तरीके को पूरी तरह से बदलने वाला है।

आंखों से काबू रहेगा
Apple का दावा है कि उसका मिक्स्ड रियलिटी हेडसेट वॉयस-कंट्रोल होगा। इसे आंखों के इशारों से नियंत्रित करना भी संभव होगा। इसका मतलब है कि आप इस डिवाइस की मदद से अपने आसपास की दुनिया को कुछ हद तक नियंत्रित कर पाएंगे।
कंपनी ने किया दावा
इसे एल्युमिनियम फ्रेम पर बनाया गया है। इसके फ्रंट में कर्व्ड ग्लास है। इसमें इमेज कैप्चर करने के लिए फिजिकल बटन है। ऑडियो पॉड्स साइड में लगे होते हैं। विजन प्रो एपल की एम2 चिप और आर1 चिप से लैस है। इसका डिस्प्ले माइक्रो-ओएलईडी है। कंपनी का दावा है कि यह 3डी कंटेंट देखने के लिए अब तक का सबसे बेहतरीन डिवाइस है।

यह है कीमत
अब बात करते हैं Apple Vision Pro की कीमत की। कंपनी ने इसकी कीमत 3,499 डॉलर (करीब 288,724 रुपये) रखी है। Apple का फ्यूचरिस्टिक उत्पाद अगले साल यानी 2024 में बाजार में उपलब्ध होगा।
This is crazy! #WWDC23 pic.twitter.com/3DUV3JD7O1
— Apple Hub (@theapplehub) June 5, 2023
विजन प्रो को अभी होम व्यू पर पेश किया गया है। इसमें Apple की सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली सुविधाओं का एक सेट है। इसमें सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले ऐप्स, मेल, म्यूजिक, मैसेज और सफारी जैसे फीचर शामिल हैं। इस नए डिवाइस को कंट्रोलर या हार्डवेयर की जरूरत नहीं है। यह आंखों को ट्रैक कर सकता है और जान सकता है कि यूजर किस आइकन को देख रहा है।




































