Chanakya Niti: धन-दौलत आने पर कभी ना करें यह गलती,छिन जाएगा सुख-चैन
चाणक्य कहते हैं कि पैसे का घमंड अच्छे रिश्तों में भी दरार डाल सकता है, इसलिए गलती से भी परिवार के सदस्यों के बीच पैसे का दिखावा न करें।
Chanakya Niti:चाणक्य कहते हैं कि जब मनुष्य के पास धन आ जाता है तो वह अपने बुरे दिनों को भूल जाता है और कुछ ऐसी गलतियां कर बैठता है जो उसे फिर से गरीबी के कगार पर पहुंचा देती हैं।
चाणक्य नीति कहती है कि बुरे समय में मनुष्य भगवान को खुश करने की पूरी कोशिश करता है लेकिन जब उसकी इच्छा पूरी हो जाती है तो वह धर्म को नजरअंदाज कर देता है।अधिक धन की चाहत में वह अधर्म के रास्ते पर चल पड़ता है। ऐसी गलती न करें, क्योंकि ऐसा करने वालों पर लक्ष्मी कृपा नहीं करती हैं और सारी सुख-शांति छिन जाती है।
चाणक्य कहते हैं कि पैसे का घमंड अच्छे रिश्तों में भी दरार डाल सकता है, इसलिए गलती से भी परिवार के सदस्यों के बीच पैसे का दिखावा न करें। दौलत आज है कल नहीं लेकिन आपके चाहने वाले मरते दम तक आपका साथ देंगे।
दौलत कमाने के लिए कभी भी अपने स्वाभिमान को जोखिम में न डालें। ऐसे मनुष्य न घर के रहते हैं और न घाट के। दौलत की खातिर अपने आत्मसम्मान से समझौता न करें।
चाणक्य नीति कहती है कि जब कोई मनुष्य धनवान होता है तो उसे अनावश्यक धन खर्च करने की बजाय अपनी कमाई का कुछ हिस्सा धार्मिक कार्यों में लगाना चाहिए। पैसे की बर्बादी मनुष्य को दूसरों के आगे हाथ फैलाने पर मजबूर कर देती है।
चाणक्य नीति के अनुसार कभी भी अपने धन का उपयोग दूसरों को नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं करना चाहिए।ऐसा करने से अमीर भी गरीब हो जाते हैं।