Amritsar Jamnagar Expressway:पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात से होकर गुजरेगा ये नया एक्सप्रेसवे, जानिए इस एक्सप्रेसवे की खासियत
एक्सप्रेसवे पंजाब के कपूरथला जिले के टिब्बा गांव से शुरू होगा और गुजरात के जामनगर में समाप्त होगा। यह परियोजना अमृतसर को दिल्ली, जम्मू और कटरा से भी जोड़ती है। इससे मां वैष्णोदवी के दर्शनों के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं का मार्ग सुगम होगा।
Amritsar Jamnagar Expressway:एक्सप्रेसवे हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और गुजरात से होकर गुजरेगा और सबसे अहम बात यह है कि 1257 किलोमीटर की दूरी तय करने वालों को सिर्फ अमृतसर और जामनगर में ही टोल टैक्स देना होगा. इस ग्रीन कॉरिडोर के पूरा होने के बाद पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात सीधे जुड़ जाएंगे।
Amritsar Jamnagar Expressway
अभी इस दूरी को तय करने में 28 घंटे लगते हैं, जबकि सिक्स लेन की दूरी महज 15 घंटे की रह जाएगी। इस सिक्स लेन पर चलने वाले वाहनों की गति 100 से 120 किमी/घंटा है। प्रोजेक्ट सितंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा एक्सप्रेस में 26 इंटरचेंज बनाए जा रहे हैं। एक हेलीपैड भी बनाया जाना प्रस्तावित है। जानिए कहा से एक्सप्रेसवे शुरू होगा
Amritsar Jamnagar Expressway
एक्सप्रेसवे पंजाब के कपूरथला जिले के टिब्बा गांव से शुरू होगा और गुजरात के जामनगर में समाप्त होगा। यह परियोजना अमृतसर को दिल्ली, जम्मू और कटरा से भी जोड़ती है। इससे मां वैष्णोदवी के दर्शनों के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं का मार्ग सुगम होगा। 8 सेक्शन में बन रहे कॉरिडोर के लिए 30 पैकेज दिए गए हैं।
Amritsar Jamnagar Expressway
जानिए कहा से गुजरेगा ये एक्सप्रेसवे
वाहन चालकों के लिए एक अच्छी बात यह है कि इस एक्सप्रेस वे पर 1257 किलोमीटर का सफर तय करने वालों को सिर्फ अमृतसर और जामनगर में ही टोल चुकाना होगा। यह चार राज्यों, बठिंडा, पंचपदरा और जामनगर में तीन रिफाइनरियों को जोड़ेगा। सूरतगढ़ और बठिंडा के थर्मल पावर प्लांट भी प्रभावित होंगे।
Amritsar Jamnagar Expressway
1257 किमी लंबा छह लेन का राजमार्ग पंजाब में 155 किमी, हरियाणा में 85 किमी, गुजरात में 380 किमी और राजस्थान में 637 किमी की दूरी तय करेगा। चार राज्यों के 17 जिलों को शामिल किया जाएगा। इनमें राजस्थान के श्रीगंगानगर, बाड़मेर, हनुमानगढ़, जालोर, बीकानेर और जोधपुर शामिल हैं।
यह भी पढे : Dwarka Expressway: जानिए कब तक तैयार हो जाएगा देश का पहला 8 लेन का एलिवेटेड एक्सप्रेसवे
अमृतसर से जामनगर तक ग्रीन फील्ड हाइवे
भारत माला परियोजना के विभागीय अधिकारियों के अनुसार राजस्थान में छह लेन की परियोजना का 64 फीसदी यानी 407 किलोमीटर का काम पूरा हो चुका है. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय के मुताबिक, एक्सप्रेस-वे विदेशों की तर्ज पर बनाया जा रहा है। छह लेन के एक्सप्रेसवे में वाहनों की अलग लेन होगी। हादसों की संभावना कम होगी।
शहर से सटे नेशनल हाईवे पर भी ट्रैफिक का दबाव कम होगा। विश्व स्तरीय सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। एक्सप्रेसवे पर गति सीमा 100 किमी प्रति घंटा होगी। 637 लंबे आर्थिक कॉरिडोर के दोनों तरफ 5 फीट ऊंची दीवारें होंगी और मवेशी अंदर नहीं आ सकेंगे। वाहनों को ठहराने के लिए रेस्ट लाइन भी बनाई जा रही है।