Haryana Roadways New Bus:हरियाणा के हिसार जिले मे चलेगी बीएस 6 मॉडल बसें, जानिए इन बसों की खासियत
Haryana Roadways New Bus:हरियाणा रोडवेज अलग-अलग डिपो को नई बसें गिफ्ट कर रहा है। सार्वजनिक परिवहन सुविधा को मजबूत करने के लिए राज्य के विभिन्न डिपो में बीएस 6 मॉडल बसें पहुंचाई जा रही हैं। पता चला है कि हिसार डिपो को हाल ही में बीएस6 मॉडल वाली 6 नई बसों की सौगात भी मिली है,
Haryana Roadways New Bus
इन बसों का परीक्षण किया जा रहा है, जिसके बाद इन्हें अलग और लंबे रूटों पर संचालित किया जाएगा।हिसार डिपो को 25 नई बसों की सौगात मिलनी है, जिनमें से 18 डिपो में आ भी चुकी हैं। हाल ही में हिसार डिपो को भी 6 नई बसें मिली हैं। इन बसों का परीक्षण किया जा रहा है जिसके बाद इन्हें अलग और लंबे रूट पर चलाया जाएगा। ग्रामीण रूटों पर भी बसें उपलब्ध रहेंगी।
गुलाबी मिनी बसें उपलब्ध नहीं
लड़कियों के लिए गुलाबी मिनी बसों की सुविधा लगभग 3 साल पहले शुरू की गई थी लेकिन अभी तक यह सुविधा लड़कियों के लिए उपलब्ध नहीं हो पाई है जिससे ग्रामीण मार्गों पर यात्रा करने वाली लड़कियों को काफी परेशानी होती है। हालांकि अभी भी दो गुलाबी मिनी बसों का संचालन हो रहा है लेकिन इसमें भी पुरुष यात्री अधिक सफर करते हैं जिससे महिलाओं को काफी परेशानी होती है।
Haryana Roadways New Bus
हिसार डिपो को बीएस6 मॉडल बसें मिलीं
हिसार डिपो को बीएस6 मॉडल वाली छह नई बसों की सौगात मिली है। इन बसों की सबसे खास बात यह है कि ये वायु प्रदूषण को कम करने के लिए 58 सीटर हैं, बसें खुद सेंसर से लैस हैं जो पर्यावरण को भी लाभ पहुंचाएंगी।
यह भी पढे: भांग की खेती की तैयारी में ये राज्य, 1000 करोड़ रुपये बढ़ेंगे राजस्व, किसान भी होंगे मालामाल
रोडवेज के महाप्रबंधक राहुल मित्तल ने कहा कि डिपो को पहले ही सात बसें मिल चुकी हैं और अब छह नई बसें डिपो पहुंच गई हैं.हिसार डिपो में कुल 25 बसें पहुंचाई जानी हैं, जिनमें से 18 बसें डिपो पहुंच चुकी हैं
यह भी पढे:भारत में तेजी से बढ़ रहा फोन कॉल स्कैम, बचने के लिए तुरंत अपनी उंगलियों पर इन टिप्स को याद रखें
ये सभी बसें दिल्ली, गुरुग्राम, चंडीगढ़ जैसे लंबे रूटों पर चलाई जा रही हैं, लेकिन कहा जा रहा है कि अब लंबे रूटों पर चलने वाली पुरानी बसों को हटाकर ग्रामीण रूटों पर चलाया जाएगा, ताकि रोडवेज के शहर में पढ़ने आने वाले छात्रों को सुविधा उपलब्ध होगी। लाभान्वित हो सकें। जल्द ही ग्रामीण रूटों और वहां चलने वाली बसों की सूची भी तैयार की जाएगी।