South West Monsoon : भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कल कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के 31 मई के आसपास केरल में पहुंचने की उम्मीद है। दक्षिण-पश्चिम मानसून आम तौर पर 1 जून को केरल में प्रवेश करता है। उसके बाद यह आमतौर पर उत्तर की ओर बढ़ता है और 15 जुलाई के आसपास पूरे देश मे में पहुंच जाता है।
आईएमडी ने कहा, “इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून के 31 मई को केरल पहुंचने का अनुमान है।” आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कल कहा,”मानसून जल्द नहीं आने वाला है।”मानसून सामान्य तिथि के करीब है क्योंकि केरल में मानसून की शुरुआत की सामान्य तिथि 1 जून है। South West Monsoon
आईएमडी ने दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान सामान्य से अधिक बारिश की भविष्यवाणी की थी, जो जून से सितंबर तक चलता है। जून और जुलाई को कृषि के लिए सबसे महत्वपूर्ण मानसून महीने माना जाता है क्योंकि इस दौरान देश मे अधिकांश खरीफ फसल बोई जाती है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 2024 में औसत से अधिक मानसूनी बारिश का अनुमान जताया है,जो देश के कृषि क्षेत्र के लिए अच्छी खबर है। पिछले साल अनियमित मौसम से कृषि क्षेत्र प्रभावित हुआ था। मानसून आम तौर पर 1 जून के आसपास केरल में आता है और सितंबर के मध्य में वापस चला जाता है। इस साल औसत बारिश 106 फीसदी होने की संभावना है।
मौसम पूर्वानुमान से पता चलता है कि जून से सितंबर के दौरान मानसून की बारिश का औसत 106 प्रतिशत होने की उम्मीद है। आईएमडी प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि मानसून को बाधित करने वाला अल नीनो कमजोर हो रहा है और मानसून आने तक कम हो जाएगा। ला नीना के कारण भारत में अधिक बारिश होती है।