Haryana School News:हरियाणा में अब सीधे नही मिलेगी 10वीं,12वीं कक्षा में प्रवेश। जानिए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के नए निर्देश।

Haryana School News:हरियाणा में अब सीधे नही मिलेगी 10वीं,12वीं कक्षा में प्रवेश। जानिए हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के नए निर्देश।

Haryana School News : हरियाणा में अब छात्र  10वीं-12वीं के दाखिले में नकल नहीं कर पाएंगे। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड  ने इसके लिए फुल प्रूफ प्लान तैयार  कर लिया है। बोर्ड से जुड़े सभी स्कूलों को HSEB द्वारा निर्देश दिया गया है कि छात्र स्कूलों को बदलकर 10वीं और 12वीं कक्षा में तभी प्रवेश ले सकेंगे जब कोई जरूरी वैध कारण होगा।

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में धांधली को रोकने के लिए फुलप्रूफ योजना बनाई है। बोर्ड से संबंधित सभी स्कूलों को HSEB द्वारा निर्देश दिया गया था कि वैध कारण होने पर ही छात्र स्कूल बदल सकेंगे और 10वीं और 12वीं कक्षाओं में दाखिला ले सकेंगे। साथ ही ऐसे छात्रों की जानकारी प्रवेश प्रक्रिया के एक महीने के अंदर स्कूलों को देनी होगी।

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष वीपी यादव ने कल कहा कि 10वीं-12वीं कक्षा के दाखिले में अब फर्जीवाड़ा नहीं किया जा सकेगा। जरूरी वाजिब कारण होने पर ही छात्र स्कूल बदलकर 10वीं और 12वीं कक्षा में प्रवेश ले सकेंगे। साथ ही ऐसे छात्रों की जानकारी प्रवेश प्रक्रिया के एक महीने के अंदरस्कूलों को देनी होगी।

राज्य में हर साल 10-12वीं कक्षा में हजारों छात्र सीधे प्रवेश लेते हैं और बोर्ड की परीक्षा में बैठते हैं। इसमें काफी छात्र हैं जो नियमित रूप से अध्ययन नहीं करते हैं। वह अपने गैप ईयर को भरने के लिए दूसरे राज्यों से फर्जी स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट लाता है और राज्य के स्कूलों में सीधे प्रवेश लेता है।

फर्जी प्रमाण पत्र व एसएलसी बनाने का गिरोह देश के आठ राज्यों में सक्रिय है। इनमें उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, झारखंड, उत्तराखंड, गुजरात, बिहार और मध्य प्रदेश शामिल हैं। दो साल से अधिक समय से पकड़े गए फर्जी प्रमाणपत्रों और एसएलसी की जांच में यह खुलासा हुआ। बोर्ड ने इन मामलों में कई एफआईआर दर्ज की है।

12वीं के 39 छात्रों ने अपने आवेदन में फर्जी प्रमाण पत्र संलग्न किए थे और 10वीं के 477 छात्रों ने ऐसा किया था।
हरियाणा में हर साल 10वीं-12वीं कक्षा में हजारों छात्र सीधे प्रवेश लेते हैं और बोर्ड परीक्षा में शामिल होते हैं। इसमें काफी छात्र हैं जो नियमित रूप से अध्ययन नहीं करते हैं।

वह अपने गैप ईयर को भरने के लिए दूसरे राज्यों से फर्जी स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट (एसएलसी) लाता है और राज्य के स्कूलों में सीधे प्रवेश लेता है। दाखिले में इस फर्जीवाड़े को रोकने के लिए बोर्ड ने यह सख्त फैसला लिया है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने फर्जी एसएलसी के जरिए 10वीं और 12वीं के छात्रों को हरियाणा ओपन में मौका दिया है। छात्रों का भविष्य खराब न हो, इसके लिए बोर्ड ने यह फैसला लिया है। छात्र हरियाणा ओपन के लिए आवेदन कर 10वीं और 12वीं की परीक्षा दे सकते हैं।

Annu:
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