Parliament Security Breach:संसद में सुरक्षा उल्लंघन के मामले में गिरफ्तार नीलम के समर्थन में किसान संगठन लामबंद होने लगे हैं।इस मुद्दे पर 22 दिसंबर में दिल्ली में संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में भी चर्चा होगी।
अब उसी बैठक के फैसले पर जींद के किसान संगठनों की नजर है।किसान नेता आजाद पालवां ने कहा कि सरकार नीलम को गलत फंसा रही है। नीलम का आचरण अच्छा रहा है।
वह काफी पढ़ी-लिखी हैं और संसद में भी उन्होंने साफ किया कि नौकरी को लेकर यह कदम उठाया है।ऐसे में उनके खिलाफ यूएपीए की धाराओं के तहत कार्रवाई का कोई औचित्य नहीं है।
दो दिन पहले नीलम के गांव में कई किसान और युवा संगठन इकट्ठा हुए हैं।अब एसकेएम के केंद्रीय नेतृत्व से भी नीलम का मुद्दा उठाने की मांग की गई है।