Chanakya Niti For Success:आचार्य चाणक्य एक कुशल रणनीतिकार, कूटनीतिज्ञ और महान अर्थशास्त्री थे। उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विद्वानों में से एक माना जाता है। चाणक्य की बुद्धि के कारण इन्हें विष्णुगुप्त और कौटिल्य भी कहा जाता था।
Chanakya Niti For Success
उन्हें चाणक्य नाम उनके गुरु चाणक्य से मिला। आचार्य चाणक्य द्वारा लिखित चाणक्य नीति आज भी लाखों युवाओं का मार्गदर्शन करती है। चाणक्य नीति में धर्म, अर्थ और कर्तव्य के साथ-साथ जीवन की विभिन्न महत्वपूर्ण नीतियों का विवरण दिया गया है।
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साथ ही उन्होंने कुछ ऐसी आदतों का भी जिक्र किया है जिससे इंसान को अपमान का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर आप हमेशा अपना सम्मान बनाए रखना चाहते हैं तो आपको तुरंत इन आदतों को छोड़ देना चाहिए।
Chanakya Niti For Success
आइए जानते हैं कि गुरु के अनुसार ऐसी कौन सी आदतें हैं, जिन्हें तुरंत छोड़ देना चाहिए।चाणक्य नीति में कहा गया है कि मनुष्य में कई बुरी आदतें होती हैं जो उसे सफल होने से रोकती हैं। आइए जानें ऐसी कौन सी बुरी आदतें हैं जिन्हें तुरंत छोड़ देना चाहिए।
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जीवन में सफल होने का एक ही तरीका है कि कड़ी मेहनत की जाए। लेकिन कई बार लोग उसमें भी सफल नहीं हो पाते हैं। इससे कई लोगों को निराशा हाथ लगती है। आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति में इस बात का जिक्र किया है कि इंसान में कई बुरी आदतें होती हैं
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जो उसे सफल होने से रोकती हैं। मनुष्य को तुरंत इन आदतों को छोड़ देना चाहिए। आइए जानते हैं कि ऐसी कौन सी बुरी आदतें हैं जो इंसान को तुरंत छोड़ देनी चाहिए।
समाज मे पाना चाहते हैं मान-सम्मान तो आप मे होने चाहिए ये गुण
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बातों को बढ़ा-चढ़ाकर ना बोले
चाणक्य नीति के अनुसार कभी भी बातों को बढ़ा-चढ़ा कर नहीं बताना चाहिए, क्योंकि जो लोग हर बात को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते हैं, वे समाज में उपहास का पात्र बनते हैं। इससे लोग आपकी इज्जत नहीं करते इसलिए आपको इस बुरी आदत को तुरंत छोड़ देना चाहिए।
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लालची मत बनो
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जब व्यक्ति लालच में फंस जाता है तो उसकी सुख-शांति गायब हो जाती है और व्यक्ति छोटे-छोटे सुखों का भी आनंद नहीं ले पाता है। साथ ही ऐसे लोगों को कभी सम्मान नहीं मिलता इसलिए व्यक्ति को अपनी इस आदत को भी छोड़ देना चाहिए।
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अनुशासन
धनवान बनने के लिए व्यक्ति को अपने जीवन में अनुशासन का पालन करना चाहिए। आचार्य चाणक्य के अनुसार अनुशासित जीवनशैली व्यक्ति को सफलता के मार्ग पर ले जाती है। अनुशासित व्यक्ति को सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।
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धन का दुरुपयोग ना करे
चाणक्य नीति के अनुसार मनुष्य को अपने पास उपलब्ध धन का उपयोग बहुत ही सोच समझकर करना चाहिए। जो दूसरों को हानि पहुँचाने के लिए धन का दुरूपयोग करते हैं,उनकी छवि एक पाखंडी व्यक्ति की बन जाती है। ऐसे लोग जीवन में कभी आगे नहीं बढ़ते। ऐसे लोगों से मां लक्ष्मी भी कोसों दूर रहती हैं।
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भेदभाव की आदत त्याग दो
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि मनुष्य को कभी भी भेदभाव का भाव नहीं रखना चाहिए। इस तरह की गलत सोच रखने वाले लोग जीवन में कभी सफल नहीं हो पाते हैं।ऐसे लोग अपने अहंकार में जीते हैं, जिसके कारण दूसरे उनसे किनारा कर लेते हैं। ऐसे पुरुषों को समाज में कभी सम्मान नहीं मिलता।
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बुरी संगत और बुराई
चाणक्य नीति में कहा गया है कि कभी भी बुरी संगति का साथ नहीं देना चाहिए। इस तरह की संगति ही मनुष्य को बुराई और पतन के रास्ते पर ले जाती है।इस गलत संगति से आज तक किसी का भला नहीं हुआ। ऐसे साहचर्य के कारण वह परिवार और दोस्तों और रिश्तेदारों का समर्थन भी खो देता है।
परिश्रम
चाणक्य नीति के अनुसार अमीर बनने की सोच आपको अमीर नहीं बना सकती। परिश्रम और संयम भी जरूरी है। इसलिए मेहनत करने से कभी न घबराएं। यदि आप कड़ी मेहनत करते हैं, तो आप कभी निराश नहीं होंगे।
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मधुरभाषी
चाणक्य नीति के अनुसार मीठा बोलने वालों को जीवन में जल्द सफलता मिलती है। वहीं दूसरी ओर कटु वचन बोलने वाले व्यक्ति जीवन में हमेशा असफल होते हैं, क्योंकि उनकी वाणी और व्यवहार से दूसरों को ठेस पहुंचती है। इसके लिए करियर और व्यापार में सफल होने और धनवान बनने के लिए व्यक्ति को मधुरभाषी होना चाहिए।
माता पिता का सामान कारण चाहिए
आचार्य चाणक्य की नीतियों के अनुसार जो व्यक्ति हमेशा अपने माता-पिता का सम्मान करता है उसे जीवन में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। व्यक्ति को हमेशा अपने माता-पिता का सम्मान करना चाहिए। जिस घर में माता-पिता का सम्मान होता है, वहां सुख-शांति रहती है।
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एकाग्रता
व्यक्ति को हमेशा अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की ओर ध्यान देना चाहिए। इससे व्यक्ति को लक्ष्य प्राप्त करने में मदद मिलती है। साथ ही कार्य शीघ्र सफल होते हैं।
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झूठ मत बोलो
जो लोग झूठ बोलते हैं या झूठ के माध्यम से जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं उन्हें इसी वजह से अपमान का सामना करना पड़ता है। झूठ बोलकर हासिल की गई सफलता ज्यादा दिन तक नहीं टिकती क्योंकि सच एक दिन सबके सामने आ ही जाता है। इसलिए इस बुरी आदत को तुरंत छोड़ देना चाहिए।
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जोखिम से डरो मत
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जीवन में जोखिम लेने से कभी नहीं डरना चाहिए। चुनौतियों को स्वीकार करने से घबराने वाला व्यक्ति लाख कोशिशों के बाद भी सफल नहीं हो सकता। ऐसे लोगों को मां लक्ष्मी की कृपा कभी नहीं मिलती है, इसलिए सफलता पाने और अमीर बनने के लिए जोखिम से न डरें।
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दूसरों का सामान करना चाहिए
चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को सम्मान देने से सम्मान प्राप्त होता है। एक व्यक्ति जो दूसरों के हितों की परवाह करता है। पद, प्रतिष्ठा या किसी और चीज के लालच के बिना जो दूसरों का सम्मान करता है, उसका हर कोई आदर और सम्मान करता है। ऐसे व्यक्ति समाज में पूजनीय होते हैं। समाज ऐसे लोगों को आदर्श के रूप में देखता है। इसलिए अगर आप सम्मान पाना चाहते हैं तो दूसरों को उतना ही सम्मान दें, जितना आप सम्मान के मामले में दूसरों से उम्मीद करते हैं।
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दूसरों की आलोचना मत करो
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि किसी के पीठ पीछे उसकी निंदा नहीं करनी चाहिए। जो लोग दूसरों की निंदा करते हैं उन्हें अपनी आदत के कारण एक दिन अपमान का सामना करना पड़ता है। इसलिए मनुष्य को तुरंत ही इस बुरी आदत को त्याग देना चाहिए हैं। साथ ही ऐसे लोगों से दूर रहें जो दूसरों के बारे में आलोचना करते हैं।