Chanakya Niti:चाणक्य अपने नीति शास्त्र में कहते हैं कि अगर कोई मूल्यवान वस्तु गंदगी में पड़ी मिले तो उसे तुरंत उठा लेना चाहिए।
ये वस्तुएँ कीमती धातुएँ या सोना, हीरे जैसे पत्थर हो सकते हैं, क्योंकि वे चाहे किसी भी स्थिति में हों, उनका मूल्य घटने के बजाय बढ़ जाता है। ऐसे में अगर ये चीजें गंदगी में भी पड़ी मिले तो इन्हें तुरंत उठाकर अपने घर ले आना चाहिए।
गंदगी में भी पड़ी हो ये चीजें तो उठाने में ना करें देरी,तेजी से होंगे मालामाल!
भलाई
चाणक्य ने अपनी नीति में कहा है कि हमेशा मनुष्य में बुराई नहीं देखनी चाहिए। जो मनुष्य बुराई में भी अच्छाई देखता है वह जीवन की ऊंचाइयों तक पहुंचता है। मनुष्य में बुराई के बजाय अच्छाई ढूंढने का प्रयास करना महत्वपूर्ण है।
दृष्ट मनुष्य और सांप
चाणक्य अपने नीति शास्त्र में कहते हैं कि मनुष्य को हमेशा दृष्ट व्यक्ति से बचना चाहिए।अगर जीवन में बुरे मनुष्य और सांप में से किसी एक को चुनना हो तो सांप को चुनें। साँप खतरे को भाँपकर हानि पहुँचाता है, परन्तु दुष्ट मनुष्य अपने स्वभाव के कारण सदैव आपको हानि पहुँचाने की सोचता रहता है और षड्यन्त्र रचता रहता है।
गुणी कन्या
चाणक्य नीति के अनुसार,अगर किसी लड़की में बहुत सारे अच्छे गुण हैं तो उसे अपनी पत्नी या बहू के रूप में स्वीकार कर लेना चाहिए,भले ही वह बुरे परिवार में पैदा हुई हो। ऐसी लड़की घर को स्वर्ग बना देती है।