Chanakya Niti:आप बिना लड़े भी हरा सकते हैं अपने दुश्मन को, जानिए आचार्य चाणक्य की इन बातों का रखें ध्यान।

चार्य चाणक्य ने शत्रुओं को पराजित करने को लेकर कई नीतियों का उलेख किया है.आचार्य चाणक्य एक महान कूटनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री और नीतिशास्त्री थे।

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने शत्रुओं को पराजित करने को लेकर कई नीतियों का उलेख किया है.आचार्य चाणक्य एक महान कूटनीतिज्ञ, अर्थशास्त्री और नीतिशास्त्री थे। चाणक्य की नीति के बल पर ही चंद्रगुप्त मौर्य ने मगध के शक्तिशाली सम्राट धनानंद को हराया था। चाणक्य नीति में ऐसी कई बातें हैं जो आपके शत्रु को परास्त करने में आपकी मदद कर सकती हैं।

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चाणक्य नीति के इन नुस्खों को अगर आप अपनाएंगे तो दुश्मन आपका बाल भी बांका  नहीं कर पाएंगे। शक्तिशाली शत्रु भी आपके सामने पानी मांगेंगे। आइए जानते हैं आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति में शत्रु से निपटने के उपायों के बारे में क्या कहा है

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आचार्य चाणक्य की इन बातों का रखें ध्यान

1.दुश्मन को हराने के लिए, आपको उसके बारे में जितना हो सके उतना जानने की जरूरत है। ऐसे में आपको उसके करीब जाना चाहिए। उसके साथ एक दोस्त की तरह व्यवहार करें, इससे आपको उसके बारे में और जानने का मौका मिलता है। इससे आपको अपने शत्रु को परास्त करने में आसानी होगी।

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2.चाणक्य नीति के अनुसार कठिन से कठिन परिस्थितियों में धैर्य रखना चाहिए। चिंता करने से समस्या का समाधान नहीं होता। यदि आप चिंतित हैं, तो आपका दुश्मन यह जानकर खुश होगा। इसलिए समस्या को हल करने के लिए हमेशा धैर्य का इस्तेमाल करना चाहिए।

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3.चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को हमेशा सावधान और सतर्क रहना चाहिए। शत्रु को परास्त करने के लिए हर समय सतर्क रहना बहुत जरूरी है। सतर्क रहने से आपको दुश्मन की चाल का जल्दी पता लगाने में मदद मिलेगी और मुसीबत में पड़ने से बचा जा सकेगा। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि व्यक्ति हमेशा सतर्क रहे।

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4.आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जरूरी नहीं कि हर युद्ध शारीरिक बल से जीता जाए, कुछ लड़ाइयां आप अपने दिमाग से जीत सकते हैं। यदि आपका दुश्मन बहुत मजबूत है, तो डर को खुद पर हावी न होने दें, इससे आपका दुश्मन कमजोर हो जाता है।

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5.चाणक्य के अनुसार अपने शत्रु को घायल नहीं छोड़ना चाहिए। क्योंकि घायल दुश्मन तो और भी खतरनाक होता है। ठीक होने के बाद भी वह और आक्रामक तरीके से हमला करता है। शत्रु को हराएं ताकि वह फिर से आपकी ओर बढ़ने का साहस न करे।

6.चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति को कभी भी धैर्य नहीं छोड़ना चाहिए। विपरीत परिस्थितियों में भी यदि आप धैर्य से काम लेंगे तो शत्रु आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएंगे और आप परेशानी में नहीं पड़ेंगे। धैर्य खोने से बात बिगड़ जाती है इसलिए धैर्य कभी न खोएं। यदि आप संयमित रहेंगे तो शत्रु को भ्रमित करने में सफल हो सकते हैं।

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7.दुश्मन की कमजोरी ताकत का अंदाजा नहीं लगा सकती, इसलिए दुश्मन को कभी कम करके नहीं आंका जाना चाहिए। चाणक्य के अनुसार आपको दुश्मन की हर हरकत पर नजर रखनी चाहिए, ताकि उसके हमला करने से पहले आप उसे जवाब दे सकें।
शत्रु आपको आसानी से हराने के लिए आपके करीब आने की कोशिश करता है। उस पर बिल्कुल भरोसा न करें। क्योंकि वह आपका दुश्मन है, वह अपना व्यवहार कभी नहीं बदलेगा और मौका मिलने पर हमला करेगा।

Annu:
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