Chanakya Niti:आचार्य चाणक्य को भारत के सबसे महान विद्वानों और संतों में से एक माना जाता है। उनकी नीतियां आज दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। चाणक्य ने अपनी नीतियों के माध्यम से मनुष्य को सही रास्ता दिखाया, जिसे आज चाणक्य नीति के रूप में जाना जाता है।आचार्य चाणक्य ने सुखी परिवार के लिए घर के मुखिया के आवश्यक गुणों का उल्लेख किया है। जिस गृहस्थ का मुखिया इन गुणों से रहित होता है, वह कभी सुखी नहीं रह सकता।
यह भी पढे : ऐसे गुणों वाले पुरुषों के पास खुद चलकर आती हैं महिलाएं, जानिए क्या क्या गुण होने चाहिए
Chanakya Niti
आइए जानते हैं कि घर के मुखिया में कौन से गुण होने चाहिए। प्रसिद्ध अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और राजनयिक आचार्य चाणक्य को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। यह चाणक्य ही थे जिन्होंने चंद्रगुप्त मौर्य की प्रतिभा को पहचाना और उन्हें सम्राट का ताज पहनाया।
Chanakya Niti
चाणक्य ने अर्थशास्त्र पर अपने लेखन के साथ-साथ नीति ग्रंथ नामक पुस्तक भी लिखी। इसमें वह व्यक्ति को सामाजिक, व्यापारिक, आर्थिक और कूटनीतिक नीतियों का प्रयोग करने की सलाह देता है। यदि आप चाणक्य के नीति शास्त्र को पढ़ते हैं और उसका पालन करते हैं, तो आप जीवन में असफल नहीं हो सकते।
यह भी पढे : इन कामों को करने में कभी भी नहीं करनी चाहिए शर्म , नहीं तो जीवन भर भुगतना पड़ेगा इन गलतियों का परिणाम
Chanakya Niti
चाणक्य कहते हैं कि घर की तरक्की उसके मुखिया पर निर्भर करती है। उन्होंने समझाया है कि एक प्रमुख के पास कुछ गुण होने चाहिए। यदि गुण न हों तो उस घर में बरकत नहीं होती।
घर के मुखिया मे ये आवश्यक गुण होने चाहिए
पैसे की बचत
आचार्य चाणक्य के अनुसार घर का मुखिया धन संचय करने वाला होना चाहिए। पैसे बचाना मुखिया की जिम्मेदारी है ताकि भविष्य में जरूरत के समय उन्हें किसी के पास न जाना पड़े।
वातावरण को अनुशासित रखें
चाणक्य कहते हैं कि एक परिवार समृद्ध होता है जब घर का मुखिया अपने निर्णय पर कायम रहता है। वह घर के वातावरण को अनुशासित रखता है।
अपने कानों से कच्चे मत बनो
घर के मुखिया को बिना प्रमाण के सबकी बात नहीं माननी चाहिए। घर के मुखिया के कान कच्चे नहीं होने चाहिए। यदि घर में कोई विवाद चल रहा है तो दोनों पक्षों को ध्यान से सुनें और फिर उसे सुलझाने का प्रयास करें।
यह भी पढे :आप सफलता के शिखर पर पहुंचना चाहते है तो आप मे होने चाहिए ये गुण, जानिए क्या क्या गुण होने चाहिए
खर्च पर नियंत्रण
आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में लिखा है कि घर के मुखिया की यह जिम्मेदारी होती है कि वह अपनी आय के अनुसार घर के खर्चों को पूरा करे। खर्च पर नियंत्रण रखें। यदि घर का मुखिया खर्चों को नियंत्रित करने में असमर्थ है, तो परिवार को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ता है
Chanakya Niti
परिवार के लिए समय निकालें
चाणक्य के अनुसार परिवार को प्रेम से जोड़े रखने की जिम्मेदारी घर के मुखिया की होती है। ऐसे में घर के मालिकों के लिए यह बेहद जरूरी है कि वे अपने परिवार के सदस्यों के लिए समय निकालें और उनसे बात करें। इससे आप अपनी किसी भी समस्या को समझ कर उसका समाधान कर पाएंगे
यह भी पढे : इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट में 12वीं पास पर निकली भर्ती,जानिए आवेदन कब तक कर सकेगे
निर्णय लेते समय सावधानी
घर के मुखिया को अहंकार के आधार पर कोई निर्णय नहीं लेना चाहिए। आप घर के मुखिया हैं, यह आपका कर्तव्य है कि आप अपने परिवार के सदस्यों के लिए समझदारी से निर्णय लें। यह भी सुनिश्चित करें कि आपका निर्णय परिवार के सर्वोत्तम हित में है।